Board Exam 2026: : 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्रों और अभिभावकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है सीबीएसई बोर्ड ने 2026 से परीक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव करने का ऐलान किया है अब छात्रों को पुरानी तरह के लंबे और बोझिल सवालों से छुटकारा मिलेगा और साथ ही एग्जाम साल में दो बार आयोजित किए जाएंगे इस नए फैसले को लेकर छात्रों में उत्साह है क्योंकि यह बदलाव उनके भविष्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होने वाला है।
प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव
सीबीएसई बोर्ड ने कहा है कि अब बोर्ड परीक्षा में सवालों का पैटर्न पूरी तरह से बदल जाएगा पहले जहां लंबे लंबे सवाल आते थे वहीं अब उनकी जगह छोटे और सीधे सवाल दिए जाएंगे इनमें ज्यादा ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होंगे जिन्हें हल करना आसान होगा और समय भी कम लगेगा।इससे छात्रों की प्रश्न हल करने की क्षमता बढ़ेगी और आगे जाकर प्रतियोगी परीक्षाओं में भी मदद मिलेगी पहले जहां छात्रों का काफी समय लिखने में चला जाता था अब वे समझकर और सोचकर सवाल हल करेंगे इससे उनकी पढ़ाई भी मजबूत होगी और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
साल में दो बार होंगे एग्जाम
सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब 10वीं और 12वीं की परीक्षा साल में दो बार होगी पहली परीक्षा फरवरी में आयोजित होगी और इसे देना सभी छात्रों के लिए जरूरी होगा अगर कोई छात्र पहली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है तो उसे दूसरी परीक्षा देने का मौका मिलेगा। दूसरी परीक्षा ऑप्शनल होगी यानी केवल वही छात्र इसमें शामिल होंगे जिन्हें अपने नंबर सुधारने हैं इससे छात्रों को एक और मौका मिलेगा और रिजल्ट बेहतर करने का अवसर भी अब बच्चों और अभिभावकों को साल भर सिर्फ एक परीक्षा पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
डिजिटल तरीके से कॉपियों की होगी जांच
सीबीएसई बोर्ड ने एक और अहम बदलाव किया है अब छात्रों की कॉपियां डिजिटल तरीके से जांची जाएंगी यानी कॉपियां ऑनलाइन चेक होंगी जिससे जांच का काम तेज होगा और रिजल्ट भी जल्दी घोषित किया जाएगा। पहले जहां कॉपियों की जांच में हफ्तों लग जाते थे वहीं अब कुछ ही दिनों में रिजल्ट छात्रों के हाथ में होगा इससे छात्रों का समय बचेगा और अगली तैयारी पर ध्यान देना आसान होगा।
छात्रों का तनाव कम करने पर जोर
बोर्ड का कहना है कि इस नए सिस्टम का मकसद छात्रों का मानसिक तनाव कम करना है अक्सर देखा गया है कि एक ही परीक्षा से छात्रों पर काफी दबाव बन जाता था लेकिन अब साल में दो बार परीक्षा होने से बच्चों को तैयारी के लिए अधिक समय मिलेगा और वे बिना डर के परीक्षा दे सकेंगे। इसके अलावा अभिभावक और शिक्षक भी बच्चों को समय देकर बेहतर तरीके से मार्गदर्शन कर पाएंगे इससे न केवल बच्चों का रिजल्ट अच्छा होगा बल्कि उनकी पढ़ाई के प्रति रुचि और आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
परीक्षा पर बच्चों और माता पिता की राय
नए बदलाव को लेकर छात्रों और अभिभावकों ने खुशी जताई है उनका कहना है कि यह बदलाव बच्चों के भविष्य के लिए बहुत जरूरी था इससे छात्रों पर दबाव कम होगा और वे ज्यादा अच्छे से पढ़ाई कर पाएंगे। माता पिता का मानना है कि इस पैटर्न से बच्चों का प्रदर्शन बेहतर होगा मार्कशीट में अच्छे नंबर आएंगे और आगे करियर बनाने में भी आसानी होगी आने वाले समय में नौकरी और अन्य अवसरों पर इसका सीधा असर दिखाई देगा।