UP Teacher Retirement Age Hike: उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षक दिवस के मौके पर प्रदेश के कई शिक्षकों को शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया है इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण निर्णय भी दिया है सरकार द्वारा शिक्षक पुरस्कार प्राप्त सभी शिक्षकों की रिटायरमेंट आयु में 2 साल की वृद्धि की गई है यह पहला शिक्षकों के अनुभव और समर्पण को मान्यता देने के लिए की गई है सरकार के इस कदम के बाद यह शिक्षक 2 साल तक अधिक सेवा में रह सकेंगे सरकार का यह निर्णय सभी शिक्षक पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों के लिए लागू किया गया है।
2 साल बढ़ाई गई रिटायरमेंट आयु
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग से लेकर माध्यमिक शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग तक विभिन्न शिक्षकों का चयन शिक्षक पुरस्कार के लिए हर साल किया जाता है सरकार द्वारा इन शिक्षकों को कई अन्य लाभ दिए जाते हैं सरकार ने इस बार शिक्षकों की रिटायरमेंट आयु को लेकर बड़ा कदम उठाया है और ऐसे सभी शिक्षकों को 2 साल की अतिरिक्त सेवा करने का मौका दिया है शिक्षक पुरस्कार प्राप्त सभी शिक्षकों की रिटायरमेंट आयु में 2 साल की वृद्धि की है। बता दें प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों के लिए रिटायरमेंट आयु 62 वर्ष निर्धारित है जबकि उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए रिटायरमेंट आयु 65 साल निर्धारित है अब इन्हें 2 साल अधिक सेवा करने का मौका मिलेगा प्राइमरी और माध्यमिक शिक्षक 64 वर्ष तक जबकि उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षक 67 वर्ष तक नौकरी कर सकेंगे।
शिक्षकों के अनुभव का फायदा छात्रों को
विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार के इस कदम से अनुभवी शिक्षक विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास और व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे रिटायरमेंट आयु बढ़ने से बेहतर शिक्षण पद्धतियों पर व्यापक असर पड़ेगा क्योंकि इन सभी शिक्षको का सहयोग शिक्षण संस्थानों और छात्रों के लिए काफी हितकर होगा। सरकार के इस कदम से शिक्षक समुदाय में उत्साह देखा जा रहा है युवा शिक्षक भी अपने कार्य में उत्कृष्ट दिखाने के लिए प्रेरित होंगे इससे शिक्षा विभाग में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और अनुभवी शिक्षक भर्ती सक्रियता लंबे समय तक बनी रहेगी।
केवल पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों के लिए बढ़ोतरी
सरकार का यह निर्णय केवल पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को ही लाभ देगा अन्य शिक्षकों की रिटायरमेंट आयु में कोई बदलाव नहीं किया गया है यह सभी शिक्षक पहले की भांति ही रिटायर्ड होंगे इससे यह सुनिश्चित होता है कि पुरस्कार प्राप्त शिक्षक अपने योगदान और योग्यता के अनुसार विशेष सुविधाओं के विशेष हकदार हैं।