UPTET Breaking News: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी राहत दी है बता दें उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने आवेदन शुल्क बढ़ाने की तैयारी की थी जिसको लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन आयोग के प्रस्ताव को सीएम योगी आदित्यनाथ ने खारिज कर दिया है और स्पष्ट आदेश दिया है किसी भी तरह की फीस नहीं बढ़ाई जाएगी अब उम्मीदवारों को पहले की तरह ही पुरानी फीस की तरह आवेदन करने का मौका मिलेगा फीस बढ़ोतरी के साथ-साथ इस बार यूपीटीईटी में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे 5 साल बाद आयोजित हो रही यूपीटीईटी परीक्षा में कई ऐसे बदलाव होंगे जो पहली बार लागू होंगे।
सीएम का निर्देश नहीं बढ़ेगा आवेदन शुल्क
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा यूपीटीईटी आवेदन शुल्क में वृद्धि करने को लेकर जो प्रस्ताव शासन को भेजा गया था उसे शासन ने खारिज कर दिया है इसके बाद लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है क्योंकि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा की आवेदन शुल्क में तीन गुना बढ़ोतरी कर दी गई थी जहां पहले ₹600 प्रति पेपर के हिसाब से आवेदन शुल्क देना होता था अब एकदम से ₹1700 आवेदन शुल्क करने की मांग की गई थी वहीं दोनों पेपर के लिए 1200 की जगह सीधे 3400 आवेदन शुल्क देने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसी भी तरह की फीस बढ़ोतरी करने से इनकार कर दिया है ऐसे में लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है।
पहली बार दो दिन आयोजित होगी परीक्षा
बता दें उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2026 में 29-30 जनवरी को आयोजित की जाएगी इस बार परीक्षा दो दिन आयोजित की जाएगी जिसमें एक दिन प्राथमिक स्तर की परीक्षा आयोजित होगी जबकि दूसरे दिन जूनियर स्तर की परीक्षा आयोजित की जाएगी बता दें इससे पहले उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन एक दिन किया जाता था जिसमें पहली पारी में एक प्रश्न पत्र और दूसरी पारी में दूसरा पेपर आयोजित किया जाता था लेकिन इस बार यूपीटीईटी परीक्षा दो दिन आयोजित कराई जाएगी।
पहली बार UPESSC कराएगा परीक्षा
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन पहली बार उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा किया जाएगा इससे पहले विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन कराया जाता था पिछली परीक्षाओं को देखते हुए इस बार परीक्षा के कठिनाई स्तर में बदलाव देखने को मिल सकता है अभ्यर्थियों की काफी अधिक संख्या को देखते हुए विशेषज्ञ द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार परीक्षा का कठिनाई स्तर काफी ऊंचा रहने वाला है इसलिए अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी तेज कर देनी चाहिए।
पहली बार एजेंसियों द्वारा होगी निगरानी
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन काफी सख्त निगरानी के साथ किया जाएगा परीक्षा के लिए चार एजेंसियों का चयन किया जाएगा जो कि परीक्षा आयोजन से लेकर ओएमआर शीट स्कैन करने तक का काम करेंगी वहीं कुछ एजेंसियां परीक्षा के दिन सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा उठाएंगी यानी कि पहली बार एजेंसियों द्वारा उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा की सख्त निगरानी की जाएगी।
क्या है यूपीटीईटी?
बता दें यूपीटीईटी यानी कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तर प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक बनने के लिए एक जरूरी परीक्षा है इसे पास करके ही शिक्षक बनने की शर्त पूरी कर सकते हैं यह परीक्षा दो स्तर पर आयोजित कराई जाती है कक्षा 1 से 5 तक के विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए प्राथमिक स्तर की परीक्षा पास करनी होती है जबकि कक्षा 6 से 8 तक के विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए पेपर दो पास करना होता है वहीं पेपर एक के लिए न्यूनतम योग्यता डीएलएड या समकक्ष और पेपर दो के लिए बीएड या डीएलएड या फिर कोई समकक्ष योग्यता होनी चाहिए।